ढोलक पर के बन्नी गीत -1
गणेष जी का गीत
शीश बने के सेहरा सोवै कान बने के मोती सोवै
लड़ियों से अत्तर लगाओ, लगाओ री बहना
पहले गणेश मनाओ मनाओ री बहना
हाथ बने के मेहँदा सोवै घड़ियो से अतर लगाओ-लगाओ री बहना
गौरी गणेश मनाओ मनाओ री बहना
गल बन्ने के चेन सोहे-तोड़े से अत्तर लगाओ-लगाओ री बहना
संग बन्ने के बन्नी सोहे-जोड़ी से अत्तर लगाओ-लगाओ री बहना
ढोलक पर के बन्ना गीत – 2
रोज सुबह को चाय बनाए, आप पिए और मुझे पिलाए।
फिर कहे पी लो पी लो मेरी जान
ऐसा बन्ना दे भगवान, रघुपति राघव….
रोज शाम को खाना बनाए, आप खाए और मुझे खिलाए।
फिर कहे खा लो खा लो मेरी जान
ऐसा बन्ना दे भगवान, रघुपति राघव राजा राम
रोज-रोज मुझे तोहफे दिलाए, खुद देवे मुझे रिझाए
ऐसा बन्ना दे भगवान, रघुपति राघव राजा राम।
रोज रात को जाए पिक्चर खुद जाए मुझे ले जाए।
फिर कहे देखो-देखो मेरी जान
ऐसा बन्ना दे भगवान, रघुपति राघव राजा राम।
शादी के बन्ना गीत -3
मैं तेरे संग ना जाऊंगी, तुम देखते रहियो।
तू मेरे संग ना जाएगी, मैं टीका लेकर आऊँगा, मैं झुमकी लेकर आऊँगा।
टीके की धमकी दिखलाए, टीका वापिस ले जाइयो,
मैं तेरे संग ना जाऊंगी तुम देखते रहियो।
बन्ना मनाए, बन्नी शरमाए…….
(नथनी, कंठा, कंगना, अंगूठी)
शादी में गाए जाने वाले गीत -4
बन्ने तेरी दादी बड़ी होशियार-बन्ने तेरी ताई बड़ी होशियार
हमसे लड़ के पलंग से सटके, बिछा लई खाट,
मैं कैसे आऊँ, कहाँ से आऊँ, करूँ दो बात।
ढोलक बाजे…….
बन्ने तेरी अम्मा बड़ी होशियार, बन्ने तेरी चाची बड़ी होशियार
हमसे लड़ के पलंग से सटके बिछा लई खाट,
मैं कैसे आऊँ, कहाँ से आऊँ, करूँ दो बात।
बन्ने तेरी भाभी बड़ी होशियार-बन्ने तेरी बहना बड़ी होशियार
हमसे लड़ के पलंग से सटके, बिछा लई खाट,
मैं कैसे आऊँ, कहाँ से आऊँ, करूँ दो बात।
ढोलक बाजे…….
बन्ने तेरी बुआ बड़ी होशियार-बन्ने तेरी मौसी बड़ी होशियार
हमसे लड़ के पलंग से सटके, बिछा लई खाट,
मैं कैसे आऊँ, कहाँ से आऊँ, करूँ दो बात।
ढोलक बाजे…….
बन्ने तेरी नानी बड़ी होशियार, बन्ने तेरी मामी बड़ी होशियार
हमसे लड़ के पलंग से सटके बिछा लई खाट,
मैं कैसे आऊँ, कहाँ से आऊँ, करूँ दो बात।
ढोलक बाजे…….
शादी के बन्नी गीत – 1
मेरी दूरों से आएगी बारात, मुझे तो ससुराल जाना
वहाँ बाबा नहीं होगें वहाँ दादी नहीं होगीं
मेरे कैसे कटेगें दिन-रात, मुझे तो ससुराल जाना
बन्नी उड़ी उड़ी डोले, बन्नी फूली फूली डोले
मेरी दूरों से आएगी बारात, मुझे तो ससुराल जाना
वहाँ पापा नहीं होगें वहाँ मम्मी नहीं होगीं
मेरे कैसे कटेगें दिन-रात, मुझे तो ससुराल जाना
बन्नी उड़ी उड़ी डोले, बन्नी फूली फूली डोले
मेरी दूरों से आएगी बारात, मुझे तो ससुराल जाना
वहाँ भईया नहीं होगें वहाँ भाभी नहीं होगीं
मेरे कैसे कटेगें दिन-रात, मुझे तो ससुराल जाना
बन्नी उड़ी उड़ी डोले, बन्नी फूली फूली डोले
मेरी दूरों से आएगी बारात, मुझे तो ससुराल जाना
वहाँ जीजा नहीं होगें वहाँ दीदी नहीं होगीं
मेरे कैसे कटेगें दिन-रात, मुझे तो ससुराल जाना
बन्नी 2
इचक दाना बिचक दाना दाने ऊपर दाना इचक दाना……
छज्जे ऊपर बन्नी बैठी बन्ना है दिवाना इचक…
रोज सवेरे उठकर बन्ना गर्म समोसे लाता है
दादी को दिखला-दिखला कर बन्नी को खिलाता है
दादी के मुंह पानी आये कैसा है जमाना है इचक दाना…..
इचक दाना बिचक दाना दाने ऊपर दाना
इचक दाना बिचक दाना दाने ऊपर दाना इचक दाना……
छज्जे ऊपर बन्नी बैठी बन्ना है दिवाना इचक…
रोज सवेरे उठकर बन्ना गर्म समोसे लाता है
मम्मी को दिखला-दिखला कर बन्नी को खिलाता है
मम्मी के मुंह पानी आये कैसा है जमाना है इचक दाना…..
इचक दाना बिचक दाना दाने ऊपर दाना
इचक दाना बिचक दाना दाने ऊपर दाना इचक दाना……
छज्जे ऊपर बन्नी बैठी बन्ना है दिवाना इचक…
रोज सवेरे उठकर बन्ना गर्म समोसे लाता है
भाभी को दिखला-दिखला कर बन्नी को खिलाता है
भाभी के मुंह पानी आये कैसा है जमाना है इचक दाना…..
इचक दाना बिचक दाना दाने ऊपर दाना