- लड़की के कपड़े(स्थिति के अनुसार 5, 7, 11, 21)
- यदि लड़की का कोई भतीजा या भांजी हो तो उसके लिए खिलौने और कपड़े
- लड़की के भाई, भाभी के कपड़े
- लड़की की ज्वैलरी, जिसमे पायल या गोल्ड सेट कुछ भी हो सकता है
- श्रृंगार का सामान
- गोद मे रखने का नारियल
- मिठाई
- फल
- एक नई चुनरी जिसमे सब सामान लड़की की गोद मे रखा जाएगा
- लड़के के कपड़े
- लड़के के परिवार जनों के कपड़े
- देवताओं का साड़ी जोड़ा
- फल
- मिठाई
- लड़के की चेन, अंगूठी, घड़ी स्थिति अनुसार
- नारियल
- रोली
- हल्दी
- एक नया तौलिया जिसमे सब सामान लड़के की गोद मे रखा जाएगा
- कुमकुम
- चावल
- 5 सुपारी
- कलावा या मौली
- गुड़
- 5 नारियल
- दो जोड़े जनेऊ
- लौंग
- आटा
- हल्दी(पिसी हुई और साबुत हल्दी की गांठ भी)
- फल(कम से कम 7 प्रकार के)
- मिश्री
- काजल की डिब्बी
- लड़की के लिए पीली साड़ी और हरी चूड़ियां
- साबुत हल्दी की गांठ
- कलावा
- मूसल, ओखली
- सवा 5 kg गेहूँ(हथलग्नो द्वारा कूटे गए)या जौं
- मिट्टी के बर्तन
- एक घड़ा और 4 करवे होते है,इनमें पानी, चावल, आटा, गुड़, तेल रखा जाता है।
- आटा
- गुड़
- चावल
- तेल
- हल्दी
- सरसो का तेल
- दूब घास( कलावे से बांधकर ब्रश जैसा बनाले)
- सरसो के दाने
- चावल
- बैठने के लिए पटरा
- चौक पूजने के लिए आटा
- पटरे में कलावा बांधकर बैठा जाएगा
- दूब घास की बनी इंडली जिन्हें सर पर रखा जाता है, हल्दी लगने के बाद जब लड़का लड़की नहा लेते है तो सर पर इंडली रखकर उस पर मीठी पूरी रखी जाती है जिसे लेकर लड़का या लड़की देव स्थापना(थापों की जगह) बैठकर देवताओं की पूजा करते है।
- सराही, बनी बनाई मिलती है
- सींक
- छाज़
- लड़के के लिए जनेऊ
- लकड़ी की चम्मच जिसमे लड़का भिखी मांगता है।
- पीले रंग का अंगोछा
- पीली धोती
- कंगना
इसके बाद सभी रस्मे सम्पन्न होकर जब दूल्हा दुल्हन विवाह मंडप में आते है तब सारा सामान होना अति आवश्यक है। विवाह मंडप के सामान की लिस्ट निम्न प्रकार है।[/vc_column_text]
- हवन सामग्री 1 किलो
वैसे तो सामग्री बनी बनाई मिलती है, पर वैदिक रीति के अनुसार प्रयोग होने वाला सामान उसमे ना के बराबर होता है। क्योंकि आजकल सामग्री में भी मिलावट होने लगी है, बाजार वाली सामग्री में चन्दन की जगह लकड़ी का बुरादा, सफेद चंदन और पीले चन्दन में मुल्तानी मिट्टी की मिलावट की जाती है। गूलर, पीपल, नीम, आक, कुशा, कत्था, दूर्वा, केवल यही चीज़े डालते है। आप सब सामान लाकर उसे एक जगह मिला सकते हो ताकि विवाह मंडप शुद्ध सामग्री से पूर्ण रूप से सात्विक हो जाए। ये सभी चीज़े पंसारी की दुकान पर आराम से मिलती है। - काले तिल
- सफेद तिल
- इन दोनों के आधे चावल
- चावल का आधा जौं
- जौं का आधा बूरा
- इस सबका टोटल मिलाकर घी
- अन्य सामग्री है, पंचमेवा, सर्वोषधि पिसी हुई, आमा हल्दी, दारू हल्दी, बचकूट, जटामासी, अगरतगर, छआर छबीला, नांगल मोथा, बाल झड़ गिलोय, इंद्र जौं , लाल चन्दन, सफेद चंदन, इलायची, लौंग, केसर, भोजपत्र, छुआरे, कच्ची खांड, पीली सरसों, काली सरसो, गूग्गल, कमलगट्टा, बेलपत्र
- एक किलो आम की लकड़ी
- देसी घी
- कपूर
- नारियल
- जौं
- मौली
- छुआरे
- हल्दी की गांठ
- चावल
- दही
- शहद
- खील
- गठबंधन चीर(दो कपड़े जिनसे गठबंधन किया जाता है)
- पत्थर का टुकड़ा(शिलारोहण के लिए)
- गुलाब गेंदा के फूल
- धूप अगरबत्ती आलू(अगरबत्ती टिकने के लिए)
- माचिस, रुई
- मिठाई, फल(5 तरह के जिसमे केला जरूर हो)
- जयमाला
- सिंदूर, मंगलसूत्र
- चौकी, विवाह वेदी मंडप
- 5-5 कटोरी, थाली, चम्मच( स्टील के बने)
- जल रखने को लोटा( तांबे और स्टील का) स्टील के गिलास, घी रखने का डोंगा
- शक्कर
- पूजा के लिए थाली
- चन्दन पाउडर
- पान के पत्ते
- आटा
- पिसी हल्दी
- बरी पूरी का सामान(ये सामान लड़के वालों की तरफ से लड़की को फेरो पर दिया जाता है, इसमे सूखे मेवे, गोला, टॉफी, बड़े बताशे, कलावा, मिश्री के कुंजे और मिठाई होती है)।
- कटोरदान(लड़के वाले मंडप में लेकर जाते है जिसमे विवाह के बाद लड़की की सास के लिए मिठाई आती है)। इसमे बताशे, मेहंदी, कलावा, छुआरे, सामग्री(हवन के लिए) होती है।
- इसके अलावा लड़के वाले फेरो पर लड़की के मोजे, सफेद चादर(हल्दी लगी हुई) चुनरी, मोहरी, चांदी का छल्ला, पायल, चूड़ी भी लेकर जाते है।
- बरेनुया- ये बना बनाया मिलता है, इसे घर का दामाद या बहनोई मंडप में बांधता है।
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