- कोई भी शुभ कार्य शुरुआत करने मे गणेश जी का नाम लिया जाता है। कार्ड छपवाते वक्त शुरुआत “श्री गणेशाय नम:” से करे और गणेश जी तस्वीर और श्लोक जरूर छपवाऐ ये बहुत ही शुभ माना जाता है।
- आपकी शादी के कार्ड का आकार रंग-संयोजन, अक्षरों के रंग, कार्ड का स्टाइल आदि सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाहित करते हैं। इसलिए कार्ड छपवाते वक्त रंगो पर ध्यान दे।
- कार्ड की आकृति टेढ़े-मेढ़े सही (सकारात्मक) ऊर्जा का संचार नहीं करते। सकारात्मक ऊर्जा संचार के लिए ‘वर्गाकार’ आकार के कार्ड सर्वश्रेष्ठ है। कार्ड छपवाते वक्त आकृति पर भी ध्यान दे।
- शादी के निमंत्रण पत्र में बैंगनी, मटमैला सफेद या ऑफ-व्हाइट, स्लेटी या ग्रे और काले रंगों का प्रयोग करने से बचना चाहिए। यहां लाल, पीला और हरा जैसे रंग प्रयोग करना सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और शुभता लाता है।
- शादी के कार्ड पर वर-वधू या परिवार के सदस्यों की तस्वीर – आजकल के ट्रेंडी और फैशनेबल वेडिंग कार्ड में वर-वधू या उनके परिवार के सदस्यों की तस्वीर डाली जाती है जो कई बार पारिवारिक स्वास्थ्य और खुशियों की राह में बाधा बनते हैं। दरअसल इन कार्ड्स को बाद में फाड़कर कूड़े में फेंक दिया जाता है, जो सांकेतिक रूप से उसपर चित्रित व्यक्तियों के जीवन में नकारात्मक भाव लाते हैं।
- शादी जैसे शुभ अवसर के लिए निमंत्रण पत्र पर जोड़ों का नाम कभी भी काले रंग से नहीं लिखा जाना चाहिए। यह अशुभ घटनाओं का कारण बन सकते हैं।
- कमल का फूल हर धर्म में पवित्र माना गया है। कार्ड पर इसका होना इस दिन की शुभता को बढ़ाता है। कोशिश करें कि किसी भी रूप में यहां इसकी तस्वीर जरूर प्रयोग करें।
- ज्यादातर शादी के कार्ड दो भागों में विभाजित (फोल्डेड रूप में) होते हैं। अमूमन ये ठीक बीच से मोड़े गए होते हैं। यूं तो इसमें कोई परेशानी नहीं है, लेकिन हमेशा ध्यान रखें कि कार्ड का मोड़ा गया वह बीच का हिस्सा कहीं भी कटा हुआ ना हो। यह इस दिन की शुभता पर बुरा प्रभाव डालता है।
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