मंच संचालन कैसे करे
संगीत समारोह की एंकरिंग अपने आप में बहुत खास होती है। आज हम आपके सामने शादी के संगीत समारोह की एंकरिंग की स्क्रिप्ट लेकर आ रहे हैं। जिसे पढ़ कर आप खुद भी किसी भी शादी के संगीत समारोह की एंकरिंग कर सकते हैं। आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है कि हर जगह का एक अलग वातावरण होता है। कहीं आपकी स्क्रिप्ट में थोड़े से हंसी मजाक से माहौल बहुत खुशनुमा हो जाता है। तो कहीं आपका हंसी मजाक किसी को चुभ भी सकता है। तो जब भी किसी की लिए कुछ भी बोले तो नकारात्मक ना हो जब भी किसी के लिए एंकरिंग करते हैं तो वहां मौजूद मेहमान और रिश्तेदारों पर आपको ऑन द स्पॉट बोलना होता है। आपको उनकी ड्रेसिंग सेंस उनकी पर्सनालिटी के विषय में बोलना होता है। आपको ध्यान रखना होता है कि आप जो भी बोले उससे दूसरा व्यक्ति खुद को जुड़ा हुआ और खास महसूस करें। तो फिर चलिए देर नहीं करते हैं। लिखते हैं एक शादी के संगीत समारोह की एंकरिंग स्क्रिप्ट।
हिन्दी मंच संचालन महिला संगीत या एंकरिंग स्क्रिप्ट
आज की शाम होने वाली है कुछ खास कुछ मस्ती कुछ धमाल। होने वाली है हमारे सौम्य तिवारी व निकिता कौशिक की जिंदगी की एक नई शुरुआत। आज हम सब एक ऐसी जोड़ी के मिलने की खुशियों का जश्न मनाने इकट्ठा हुए हैं ।जिन्होंने अभी अभी शादी का लड्डू खाया है। कहते हैं शादी का लड्डू जो खाए सो पछताए जो न खाएं वह भी पछताए तो फिर हमारा तो यही मानना है कि पछताना है तो खाकर ही पछता लिया जाए और अपने साथ-साथ औरों को भी पछताने के लिए तैयार किया जाए। इस खूबसूरत शाम में इस सुहाने से मौसम में आप सबका बहुत-बहुत स्वागत करता है तिवारी परिवार एवं कौशिक परिवार । तो आइए खुशी के इन पलों को यादगार बनाते हैं। खुशी के इन पलों में हमारा साथ देंगे कुछ रिश्तो जो है कुछ अपने तो कुछ हैं बेगाने। जो आज मिलकर करेंगे इस शाम को रोशन। मैं विधी आपकी दोस्त और होस्ट आज आपके इस सफर में रहूंगी आपके साथ। आज की शाम में होगी बहुत सारी मस्ती और बहुत सारा फन क्या आप उसके लिए तैयार है? मैंने सुना नहीं क्या आप इसके लिए तैयार हैं?
तो चलिए करते हैं इस कार्यक्रम की शुरुआत और दीप प्रज्वलन के लिए बुलाते हैं दूल्हे और दुल्हन के दादा, दादी, नाना ,नानी को। आइए करे इनका तालियों से स्वागत ।
दादा-दादी, नाना नानी की चुलबुली बिटिया देखो चली है सजाने किसी दूसरे की बगिया। दादा दादी नाना-नानी का कल का शैतान शरारती बेटा आज बसाने चला है अपनी नयी दुनिया। दादा, दादी नाना, नानी दीप प्रज्वलित करके करेंगे कार्यक्रम की शुरुआत ।
दीप प्रज्वलन के बाद अब शुरुआत करते हैं गणेश वंदना से क्योंकि हर शुभ काम की शुरुआत तो होती है प्रभु की वंदना से। तो शादी के संगीत की शुरुआत गणेश वंदना से तो बनती ही बनती है। गणेश वंदना को प्रस्तुत किया है हमारी दुल्हन की छोटी बहनों ने मिलकर। हैं तो ये दुल्हन की छोटी बहनें लेकिन हैं बहुत शैतान, थोड़ी सी हैं मनमौजी थोड़ी सी हैं चुलबुली। जीजा जी को दिल में तारे दिखाने का इनका है अरमान, तो चलिए देर न करते हुए आज की गणेश वंदना से करते हैं कार्यक्रम की शुरुआत।
महिला संगीत के लिये मंच संचालन स्क्रिप्ट
अरे वाह कितनी सुंदर प्रस्तुति, गणेश वंदना देखकर मन प्रसन्न हो गया। और दूसरी प्रस्तुति जो आ रही है लड़के वालों की तरफ से अरे, यह क्या हमारी दुल्हन की बहनें तो स्टेज छोड़ने का ही नाम नहीं ले रही हैं। यह देखो दोबारा से आ गई अपनी बहन के लिए अपने गानों का पिटारा लेकर जिसमें एक नहीं अनेक गानों पर ये मचाने वाली है धमाल। दीदी तो इनकी पहले से ही है अब तो जीजा पर भी हक जमाना है। यह देखो ये हैं दुल्हन की सहेलियां जिनका यहां हर कोई दीवाना है।
वाह बहुत अच्छी परफॉरमेंस जिस तरह से जीजा की जान साली होती है । वैसे ही हर महफिल की जान ताली होती है। तो बजाइए तालियां। कुछ तालियां दूल्हे के मम्मी पापा के नाम , आज का दिन दूल्हे के मम्मी पापा के लिए एक खास दिन है क्योंकि उनके घर में उनकी बेटी आने वाली है जो उनके घर को खुशियों से जगमायेगी। अपनी प्यार की खुशबू से जो उन के घर को महकाएगी। चलिए अब देखते है अगली परफॉर्मेंस जो है निकिता के भाइयों की। जिनके लिए आज से उनकी बहन होगी पराई जिस के साथ अभी तक की है उन्होनें खूब सारी लड़ाई। तो फिर देखते हैं ये शैतान भाई अपनी भोली भाली बहन के लिए क्या लेकर आते हैं क्या ये निकिता को हंसाते हैं या अपनी परफॉरमेंस से उसकी ऑंखों में ऑसू लाते हैं। हंसे या रोए जो भी हो पर होंगे तो यह आंसू खुशी के जो भाई बहनों को हमेशा याद आएंगे।
वाह राहुल, चेतन, राकेश, नीरज, अभिनव आपने तो कमाल कर दिया आप सभी हैं बेमिसाल। आपकी इस डांस परफॉर्मेंस से इस महफिल में लग गए चार चांद। तो दोस्तों आप भी थोड़ा खुश हो जाइए और इन प्यारे प्यारे भाइयों और इनकी प्यारी सी बहन निकिता के नाम थोड़ी ताली तो बजाइये।
अब बारी आती है निकिता के चाचा चाची की जिनकी लाडली चली है किसी दूसरे की बगिया को सजाने थोड़ी सी तालियां निकिता के चाचा जी संजय जी और चाची जी मधु जी के नाम
वाह सही कहा आपने बेटियां होती है घर की जान, पहचान और शान इनके होने से ही तो बनता है एक घर, घर। बहुत सुंदर परफॉरमेंस चाचा जी और चाची जी की। थोड़ी सी तालियां हो जाए चाचा जी और चाची जी के नाम। और अब अगली परफॉरमेंस है निकिता भाभी की प्यारी ननदों की और सौम्य भैया की प्यारी बहनों की।निकिता भाभी की प्यारी ननद रवीना विशाखा,जया, स्मिता मिलकर अपनी प्यारी भाभी निकिता और प्यारे भैया सौम्य के लिए एक डांस परफॉर्म कर रही हैं। इन सभी का जोरदार तालियों से स्वागत कीजिए।
वाह बेहतरीन, स्टेज पर चल गया सौम्य भैया की बहिनों का जादू इस डांस परफॉर्मेंस को देख कर सब हो गये बेकाबू।
जिन्हें देखकर आती है महफिल में जान स्टेज पर आ गई है कौशिक परिवार की शान, निकिता की मौसी सविता जी, मोनिका जी और ममता जी।
वाह बहुत सुंदर एवं शानदार, परफॉरमेंस। तीनो मौसीयों ने निकिता को बचपन से दिया है प्यार भरपूर । तालियों की गड़गड़ाहट होनी चाहिए भरपूर। वाह, वाह वाह लड़की वालों ने तो मचा दिया धमाल। इन की परफॉरमेंस से महफिल में लग गए चार चांद। अब देखते हैं लड़के वाले क्या जलवे दिखाते हैं पर पहले हम आपको दुल्हन की भाभीयों से मिलाते हैं। तो बात करते हैं दुल्हन की भाभियों की बड़े अरमानों से आज का दिन आया है। भाभियों ने मिलकर अपनी प्यारी ननद को सजाया है। सीखा उनसे ही तो है उसने, हैं कैसे घर को सजाते हैं। भैया हमारे तभी तो भाभी के दीवाने हैं। भाभियों ने मिलकर किया है एक गाना तैयार जिसमें छुपी है उनकी भावनाएं और ढेर सारा प्यार
बहुत सुंदर परफॉर्मेंस। भाभियां आज खुश है बहुत क्योंकि भाभियों की आने वाली है देवरानी तो फिर कंजूसी मत कीजिए और बजाइए जोरदार ताली। लाजवाब मजा आ गया।
अब बारी आती है सौम्य भैया के भाइयों अनिमेष, राहुल, विनय, विवेक जी की इन चारों में मिलकर शमा सजाया है। देखते हैं इन चारों की चौकड़ी ने क्या धमाल मचाया है। आइए तालियों से स्वागत करते हैं निकिता जी के चारों देवरों का।
वाह बहुत बेहतरीन परफॉरमेंस
आजकी इनकी परफॉर्मेंस को देखकर तो लगता है कि ये भी यहां अपनी दुल्हनिया की तलाश में आए हैं। तो उम्मीद करते हैं कि इनको भी इन की दुल्हनिया जल्दी मिल जाएगी । और उनके संगीत समारोह में हम सब एक बार फिर मिलकर जश्न मनाएंगे। क्यों सही कह रहे हैं ना हम तो फिर हो जाए तालियां निकिता जी के देवरों के नाम। क्या बात भाई इस परफॉर्मेंस ने तो रंग जमा दिया। देखते ही देखते आप सब छा गए इस महफिल में।
कम हमारे सौम्य के मामा मामी भी नहीं है जोड़ी उनकी आज भी है नंबर वन। सबकी ही आंखों के तारे मामा संदीप है बच्चों के प्यारे। और मामी इंदु उठाती है नखरे सारे। तो आज के संगीत समारोह में उनके बिना तो मजा ही ना आएगा यह संगीत समारोह तो सूखा सूखा ही रह जाएगा । एक गाना जो तैयार किया है मामा मामी ने मिलकर अपनी प्यारे भांजे के नाम।
क्या बात, क्या बात, वाह बहुत बढ़िया शानदार प्रदर्शन मामा मामी का मेल देखकर तो मजा आ गया। उनका आज का परफॉरमेंस तो धूम मचा गया। बहुत शानदार परफॉर्मेंस , बहुत मजा आ रहा है। आपकी तालियां रुकनी नहीं चाहिए।
लड़के वाले कहां बैठे हैं आप, थोड़ा शोर मचाइये जरा अपना भी तो रौब जमाइये।
वाह, अब हुई ना कुछ बात । लड़की वाले आप भी तो किसी से कम नही जरा इनको बताइये। तालियां बजाकर अपनी युनिटी तो दिखाइए
वाह यहाॅ तो कोई किसी से कम नही है पड़ने वाला। दुल्हा और दुल्हन का मेल तो है ताउम्र रहने वाला।
अब चले बात करते हैं घर के बच्चों की तो सबसे पहले बुलाते हैं निकिता यानी कौशिक परिवार के बच्चों को रोहन, शोभित, मयंक, विशाल यह चारों बच्चे जो है अपनी बुआ और मासी निकिता के आंखों के तारे जिनके शोर से खिल उठता है कौशिक परिवार। आज देखते हैं वे स्टेज पर क्या धूम मचाते हैं। तो आइए तालियों से स्वागत करते है कौशिक परिवार के इन नन्हे मुन्ने राजकुमारों का
वाह वाह वाह इन बच्चों की परफॉर्मेंस ने तो धमाल कर दिया। स्टेज को किस तरह से यूज करना है यह तो कोई इन बच्चों से सीखे इनके आगे प्रोफेशनल भी शर्मा जाए। वाह क्या बात है लगता है निकिता जी की शादी की तैयारी इन बच्चों ने महीनों से कर रखी थी क्या बात मजा आ गया। हमारी लड़कियां भी लड़कों से कम है क्या, तो फिर आइये बुलाते हैं हमारी छोटी मोटी नन्ही नन्ही परियों को। तो फिर बुलाते हैं निकिता जी नहीं नहीं अब तो सौम्य जी के घर वालों के बुलाना पड़ेगा, नहीं तो हम पर पक्षपात का आरोप लग जाएगा तो फिर इस बार हम बुलाते हैं सौम्य जी की भतीजी और भान्जीयों को।
वाह सचमुच इन बच्चियों की परफॉरमेंस ने तो रंग जमा दिया। कहते हैं कि बच्चों में रब बसता है। इन बच्चों की परफॉर्मेंस को देखकर तो यह सच हो गया। अब बुलाते है लड़के वालों के घर से नन्हे नन्हे राजकुमारों को जो है अपने मामा ,चाचा सौम्य के नटखट शैतान। जिनकी हर शैतानियों को मिलता है सौम्य जी का साथ। आज देखते हैं ये क्या कमाल करेंगें । तो बजाइए ढेर सारी तालियां इन नन्हे शैतानों के नाम
भई वाह कमाल कर दिया इन नन्हे शैतानों ने तो। धूम मचा दी, रंग जमा दिया और पूरे स्टेज को अपने नाम कर दिया। और अब अगली परफॉर्मेंस है निकिता की प्यारी प्यारी सहेलियों की अब ऐसे में दुल्हन की सहेलियां भी तो कोई कम नहीं वे भी यहां कब से तैयार बैठी है, अपना हुनर दिखाने को ढेर सी वाहवाही पाने को। तो फिर आइए स्वागत करते हैं तालियों से निकिता की सहेलीयाॅ राखी, मिताली, अनुजा और कृतिका का ।
वाह बहुत सुंदर परफॉरमेंस आप सबकी केमिस्ट्री देखकर तो मजा आ गया,मजा तो आप सबको भी बहुत आया न तो फिर आपकी तालियां किसका कर रही है इंतजार बजाइए तालियां। नापकर दिया न कभी तोल कर दिया मेरे माँ पापा ने जब भी दिया दिल खोल के दिया। तो आज की हमारी अगली परफॉर्मेंस है हमारी निकिता के मम्मी पापा की। जिनकी छोटी सी बिटियाॅ आज सजाने चली है किसी की दुनिया। तो फिर आइए तालियों से स्वागत करते हैं, अमित कौशिक जी और नेहा कौशिक का।
वाह बहुत सुंदर परफॉर्मेंस, आपकी इस परफॉर्मेंस ने तो सबकी ऑंखों में ऑसू ला दिये। दुनिया का दस्तूर है यह जिसे हम सभी को निभाना पड़ता है ,हर लड़की को विदा होकर अपने बाबुल के घर से जाना पड़ता है। ढेर सारी दुआएं और आशीर्वाद निकिता के लिए उनके प्यारे से मम्मी पापा की तरफ से। “कोई भी गम कोई भी तकलीफ तुझे ना छू पाए हमेशा तू खुश रहे हमेशा मुस्कुराए” ढेर सारी तालियां अमित जी और नेहा जी के लिए। अब देखते हैं स्टेज पर कौन आ रहा है? अरे ये तो सौम्य के मम्मी पापा है जो अपने घर में एक बहू नहीं, नहीं बेटी को लेकर आ रहे हैं। सच में बहू बेटी ही तो होती है जो पूरे घर को खुशियों के रंग से रोशन करती है हर घर में उम्मीदों की रंगोली भरती है। वह एक माँ को छोड़कर दूसरी माॅ के पास आ रही है। उसके स्वागत के लिए विवेक तिवारी जी और रेखा तिवारी जी एक परफॉर्मेंस करने स्टेज पर आ रहे हैं । तालियों से स्वागत कीजिए निकिता के मम्मी पापा का। हां भाई, निकिता के मम्मी पापा का । सौम्य के मम्मी पापा भी तो निकिता के मम्मी पापा ही है। तो फिर ढेर सारी तालियां सौम्या और निकिता की मम्मी पापा के लिए।
वाह आपकी तालियों ने तो समां बना दिया। आप सभी ने मिलकर आज की इस शाम को यादगार बना दिया। शाम बीती जा रही है और इसी तरह से बीता जा रहा है यह समय। इस समय को यादगार बनाने के लिए एक बार मैं बुलाना चाहती हूं उन संकोची मेहमानों को जो मन में तो ढेर सारे अरमान छुपाए बैठे हैं पर यहां स्टेज पर आने में उन्हें हैजिटेशन हो रहा है। आप में से जो भी यहाॅ स्टेज पर आकर परफॉर्म करना चाहता है, उसका स्वागत है। आइए और इस यादगार शाम का हिस्सा बनिए, आइये हम सब एकबार मिलकर झूमे नाचें गाये।
वाह आप सब के साथ बेहतरीन और शानदार रही आज की शाम। अंत में इस संगीत समारोह को यादगार बनाने के लिए आप सभी का तहे दिल से शुक्रिया। आप सभी का दिल से धन्यवाद करते हुए मैं विधि आज की इस संगीत संध्या को यहीं समाप्त करती हूं।